भगवान शिव जी का प्रिय रुद्राभिषेक और शिव वास ~
भगवान शिव जी को रुद्राभिषेक बहुत अधिक प्रिय है। भगवान शिव जी का अभिषेक करने से भक्तों की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं और उन्हें मनोवांछित फल भी मिलता है। महा शिवरात्रि पर और श्रावण मास में असंख्य श्रद्धालु भगवान शिव जी का विभिन्न प्रकार से पूजन करते हैं और पंचामृत से विधि पूर्वक अभिषेक करते हैं। सावन महीने में रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव जी प्रसन्न होकर भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं। यदि शुभ शिव वास के दौरान रुद्राभिषेक किया जाय तो यह भक्तों के लिए और भी विशेष फलदायी होता है। इसलिए रुद्र अभिषेक करते समय शिव वास को देखा जाता है।
भगवती गौरी जी के साथ होने पर – घर में सुख-समृद्धि आती है।
कैलाश पर होने पर – सुख की प्राप्ति होती है।
वाहन नन्दी जी पर आसीन होने पर – सफलता प्राप्त होती है।
भगवान शिव जी निम्नलिखित में से किसी एक स्थान पर निवास कर सकते हैं –
श्मशान में
भगवती गौरी(माता पार्वती) जी के साथ
सभा में
कार्य अथवा क्रीडा में
कैलाश पर
वृषभ नन्दी जी पर आसीन हुए
ध्यान में अथवा रात्रि भोजन में